नमस्कार दोस्तो, आज हम बात करने वाले हैं, अहमदाबाद में घूमने की जगह (Ahmedabad Me Ghumne Ki Jagah) के बारें में, यदि आप भी गुजरात के इस प्रमुख शहर को घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से अहमदाबाद के टूरिस्ट प्लेसेस और और टूर से जुडी सभी महत्वपूर्ण बातों के बारें में विस्तार से जानकारी देंगे।
15वीं शताब्दी में सुल्तान अहमद शाह द्वारा स्थापित अहमदाबाद, कभी गुजरात सल्तनत की राजधानी थी। अहमदाबाद शहर का नाम सुल्तान अहमद शाह द्वारा ही रखा गया था, जिसके पहले इस शहर का नाम कर्णावती था और अब अहमदाबाद को मैनचेस्टर ऑफ द ईस्ट हेरिटेज सिटी ऑफ इंडिया, डेनिम सिटी, अशावल और अमदावाद भी कहा जाता है। तो आइये शुरू करते हैं Ahmedabad Me Ghumne Ki Jagah का सफर।
Ahmedabad Me Ghumne Ki Jagah | अहमदाबाद में घूमने की जगह
साबरमती आश्रम
साबरमती आश्रम, अहमदाबाद का एक ऐसा स्थान है जहाँ महात्मा गाँधी ने अपने जीवन का काफी समय व्यतीत किया था। आज ये स्थान एक म्यूजियम में तब्दील कर दिया गया है जहाँ आप बापू से जुड़े कई रोचक किस्से और चीजें देख पाएंगे। क्या आप जानते हैं साबरमती आश्रम वह जगह है जहाँ से ऐतिहासिक दांडी मार्च की शुरुआत भी की गई थी? साबरमती रेलवे स्टेशन पर बना मेट्रो स्टेशन इस आश्रम से 1 किलोमीटर दूर स्थित है।
कमला नेहरू प्राणी उद्यान
अब बात करते हैं अहमदाबाद के सबसे पॉपुलर टूरिस्ट स्पॉट की। मैं बात कर रहा हूँ कमला नेहरू प्राणी उद्यान की, जिसे अहमदाबाद वासी कांकरिया चिड़ियाघर भी कहते हैं। कमला नेहरू प्राणी उद्यान की स्थापना 1951 में की गई थी और यहाँ पर लगभग 3000 से अधिक पशु पक्षी की देख-रेख की जाती है। ये जो भारत के बेस्ट ज़ू होने का खिताब भी जीत चुका है। कांकरिया इस चिड़ियाघर का सबसे करीबी मेट्रो स्टेशन है।
गुजरात साइंस सिटी
गुजरात साइंस सिटी, अहमदाबाद में स्थित एक विज्ञान संग्रहालय है। जो भारत के सबसे बड़े विज्ञान संग्रहालयों में से एक है, साइंस सिटी 107 हेक्टेयर में फैली हुई है। साइंस सिटी अपने आप को विज्ञान की दिलचस्प दुनिया में डुबाने की अच्छी जगह है। गुजरात साइंस सिटी में विभिन्न वैज्ञानिक विषयों पर विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनियाँ हैं।
यहाँ आपको एनर्जी पार्क, थ्री डी शोज़, म्यूज़िकल फाउन्टेन, हॉल ऑफ स्पेस और इलेक्ट्रोड ओम जैसे मनोरंजक स्थान देखने को मिलेंगे। बच्चों स्टूडेंटस को खास तौर पर साइन सिटी काफी पसंद आती है। थलतेज, साइंस सिटी से सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन है अहमदाबाद।
ऑटो वर्ड विंटेज कार संग्रहालय
आजकल, भले ही लाखों करोड़ों रुपयों में कारें आती हो, लेकिन एक बात माननी पड़ेगी की पुरानी विंटेज कारों का रोब ही कुछ और है। अहमदाबाद के ऑटो वर्ल्ड विंटेज कार म्यूज़ियम में, आप रूबरू हो पाएंगे 100 से ज्यादा ऐसी कारों और मोटरसाइकिलों से, जो एक समय पर शान से रोड पर फर्राटा भरती थी। यहाँ के कार कलेक्शन में, रोल्स रॉयस, मर्सिडीस, बेंटली जैसे ब्रैंड्स की कारें भी शुमार हैं, जिनको देखकर आप दंग रह जाएंगे। इस म्यूजियम के सबसे पास का मेट्रो स्टेशन वस्त्रल गम हैं।
भद्रा किला
भद्रा किला अहमदाबाद के मध्य में बना 600 साल पुराना किला है। भद्रा किले की नींव साल 1411 में अहमद शाह द्वारा रखी गई थी. लेकिन इस किले का नाम यहाँ पर बने भद्रकाली मंदिर के ऊपर पड़ा है। जिसे मराठा शासकों ने बनवाया था। भद्रा किला गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर अहम भूमिका भी निभाता है। जब इसे काफी अच्छे से सजाया जाता है। घीकांता मेट्रो स्टेशन भद्रा किले के सबसे पास का मेट्रो स्टेशन है।
बटरफ्लाई पार्क
बटरफ्लाई पार्क, अहमदाबाद में कांकरिया झील के किनारे बना हुआ हरियाली से परिपूर्ण पार्क है। एक समय यहाँ पर हर फूल पौधे पर तितलियाँ बैठी हुई दिखती थी, लेकिन अब आपको तितलियाँ देखने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।
बटरफ्लाई पार्क की खासियत है, यहाँ लगे 150 से ज्यादा प्रजाति के फूल, जो इस पार्क की खूबसूरती में चार चाँद लगा देते हैं। इस पार्क के पास आप, फन राइड्स और टॉय ट्रेन का भी लुत्फ उठा सकते हैं। बटरफ्लाई पार्क से सबसे पास का मेट्रो स्टेशन कंकड़ियां ईस्ट है।
साबरमती रिवरफ्रंट पार्क
साबरमती नदी अहमदाबाद के बीच से होकर गुजरती है और इसको अहमदाबाद की लाइफलाइन कहना गलत नहीं होगा और साबरमती रिवर फ्रंट पार्क, साबरमती नदी के तट पर बनी एक मनमोहक जगह है। यहाँ पर आप जिंदगी की भागदौड़ से दूर नदी किनारे अपने वक्त को अपने प्रियजनों के साथ अच्छे से एन्जॉय कर पाएंगे। समय के साथ साबरमती रिवर फ्रंट, अहमदाबाद निवासियों के लिए पिकनिक मनाने की प्रमुख जगह भी बन गई है। राणिप, रिवरफ्रंट पार्ट से सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन है।
अक्षरधाम मंदिर
अक्षरधाम मंदिर जिसे श्री स्वामीनारायण मंदिर भी कहा जाता है। अहमदाबाद के कालूपुर क्षेत्र में है और ये नारायण देव को समर्पित मंदिर है। अक्षरधाम मंदिर की खूबसूरती बेमिसाल है और इसके निर्माण में 6000 टन से ज्यादा विशेष गुलाबी बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया है।
अक्षरधाम मंदिर में स्वामी नारायण देव की 1 टन भारी गोल्ड प्लेटेड प्रतिमा स्थापित की गई है, और यहाँ होने वाला लाइट और साउंड- शो भी देखने लायक होता है। अक्षरधाम मंदिर के सबसे पास का मेट्रो स्टेशन मोटेरा है, और मंदिर के निकट ही जल्द ही नया मेट्रो स्टेशन भी आने वाला हैं।
इस्कॉन मंदिर
इस्कॉन मंदिर एक ऐसा मंदिर है जो भगवान कृष्ण को समर्पित है। यह मंदिर भारत के गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर के भदज क्षेत्र में स्थित है। यह मंदिर बहुत सुंदर है और इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इस्कॉन भगवान कृष्ण और हिंदू धर्मग्रंथ भगवद गीता की शिक्षाओं के प्रसार के लिए समर्पित है।
मुख्य मंदिर हॉल ऊंची छत वाला एक बड़ा और विशाल कमरा है। हॉल को भगवान कृष्ण और उनके विभिन्न अवतारों की सुंदर भित्ति चित्रों और मूर्तियों से सजाया गया है। मंदिर में मुख्य देवता राधा और कृष्ण हैं, जिनकी एक साथ पूजा की जाती है।
हुथीसिंग जैन मंदिर
हुथीसिंग जैन मंदिर 15 वें जैन तीर्थंकर, धर्मनाथ को समर्पित हैं। और इस मंदिर के संगमरमर पत्थरों पर की गई कारीगरी बेहद ही काबिले तारीफ है। हुथीसिंग जैन मंदिर को अहमदाबाद के एक दयालु व्यापारी हुथीसिंग ने साल 1850 में बनवाया था। इस मंदिर का जैन समुदाय में खास महत्त्व है। इस मंदिर का गर्भगृह काफी विशाल है। शाहपुर मेट्रो स्टेशन यहाँ का सबसे करीबी मेट्रो स्टेशन है।
अदलज बावड़ी
पुराने जमाने में स्टेप वेल, जिसे हिंदी में पानी की बावली, बावड़ी या वाव कहते हैं, पानी का एक अहम जरिया होता था। इस कड़ी में एक प्रमुख नाम हैं अदलज का वाव, जो ना सिर्फ पानी का स्रोत होने के लिए जाना जाता है बल्कि यहाँ की कारीगरी भी अद्वितीय है।
500 साल पुराने इस वाव के निर्माण को देखकर आप सोच में पड़ जाएंगे। के बिना मशीनों से इसको कैसे बनाया गया होगा? मेट्रो से इस स्थान पर पहुंचने के लिए आपको मोटेरा स्टेडियम स्टेशन उतरना पड़ेगा।
कैलिको म्यूजियम ऑफ़ टेक्सटाइल्स
अहमदाबाद का केलिको कपड़ा संग्रहालय दुनिया के सबसे प्रसिद्ध कपड़ा संग्रहालयों में से एक है। इसका प्रबंधन साराभाई फाउंडेशन द्वारा किया जाता है। संग्रहालय की स्थापना 1949 में उद्यमी भाई-बहन गौतम साराभाई और गिरा साराभाई द्वारा की गई थी। उस समय अहमदाबाद में कपड़ा उद्योग समृद्ध था।
केलिको म्यूज़ियम ऑफ़ टेक्सटाइल्स में पूरे भारत से 15वीं शताब्दी के 50,000 से अधिक वस्त्रों का संग्रह है। संग्रह में कपास, रेशम, ऊन और कढ़ाई सहित विभिन्न प्रकार के वस्त्र शामिल हैं। संग्रहालय में कपड़ा-संबंधी वस्तुओं का भी संग्रह है, जैसे करघा, चरखा और रंगाई उपकरण। भारत और पूरी दुनिया से पर्यटक इसे देखने के लिए अहमदाबाद आते हैं।
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सिदी सैय्यद मस्जिद
सिदी सैय्यद मस्जिद भारत के अहमदाबाद में स्थित एक सुंदर और प्रतिष्ठित मस्जिद है। इसका निर्माण 1573 में हब्शी (इथियोपियाई) रईस सिदी सैय्यद ने करवाया था, जो गुजरात के सुल्तान महमूद तृतीय के दरबार में कार्यरत था। मस्जिद अपनी जालीदार खिड़कियों के लिए जानी जाती है, जिन्हें भारत में इस्लामी वास्तुकला के कुछ बेहतरीन उदाहरण माना जाता है।
सिदी सैय्यद मस्जिद एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और पूरे भारत के मुसलमान इसे घूमने के लिए अहमदाबाद आते है। सिदी सैय्यद मस्जिद को भारत में इस्लामी वास्तुकला के सबसे महत्वपूर्ण उदाहरणों में से एक माना जाता है।
सरखेज रोजा
सरखेज रोजा एक खूबसूरत मस्जिद और मकबरा परिसर है जो अहमदाबाद से 8 किमी दक्षिण पश्चिम में मकरबा गांव में स्थित है। इसे 15वीं शताब्दी में सुल्तान अहमद शाह प्रथम के पोते महमूद बेगड़ा ने बनवाया था। इसे भारत में इंडो-सारसेनिक वास्तुकला के बेहतरीन उदाहरणों में से एक माना जाता है। सरखेज रोजा परिसर मे एक मस्जिद, एक मकबरा, एक मंडप और एक टैंक है।
यह मकबरा सफेद संगमरमर से बना है और सुंदर सुलेख शिलालेखों से सजाया गया है। सरखेज रोजा परिसर एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह परिसर एक सुंदर और शांत जगह है, जो भारत के समृद्ध इतिहास और संस्कृति की अनूठी झलक पेश करता है। यदि आप इंडो-सारसेनिक वास्तुकला या भारतीय संस्कृति में रुचि रखते हैं, तो सरखेज रोजा, अहमदाबाद का एक अवश्य घूमने लायक स्थान है।
अहमदाबाद के प्रमुख मार्केट
अहमदाबाद में खरीदारी करने के लिए सबसे अच्छे बाजार हैं लाल दरवाजा मार्केट, सिंधी मार्केट, ढलगरवाद मार्केट, लॉ गार्डन मार्केट और मानिक चौक। इन बाजारों में आप कपड़े, गुजराती स्नैक्स, पतंग, किताबें और गहने खरीद सकते हैं।
अहमदाबाद के मुख्य पर्व
अहमदाबाद के कुछ खास पर्व है नवरात्रि, दिवाली, मोधेरा डान्स फेस्टिवल, अहमदाबाद फ़िल्म फेस्टिवल और उत्तरायण, जिसे काइट फेस्टिवल भी कहते हैं।
अहमदाबाद का स्थानीय पहनावा और नृत्य
अहमदाबाद की बांधनी साड़ी, चनिया चोली, केडीयु, कुर्ता, चोर्नो और घाघरा चोली देश-भर में फेमस है और डांडिया, गरबा, भवाई, टिप्पनी, पाढर और हुडो अहमदाबाद के कुछ लोकप्रिय पारंपरिक नृत्य है।
अहमदाबाद की मुख्य भाषाएं और आबादी
अहमदाबाद शहर में 84,50,000 लोग रहते हैं और यहाँ बोले जाने वाली मुख्य भाषाएं हैं गुजराती, इंग्लिश, हिंदी, राजस्थानी, सिंधी।
अहमदाबाद घूमने जाने के लिए सबसे अच्छा समय
नवंबर से फरवरी माह के बीच का समय अहमदाबाद घूमने के लिए सबसे उत्तम होता हैं। इस समय अहमदाबाद का मौसम सुहावना होता है। इन महीनों के दौरान औसत तापमान 20 से 30°C के बीच रहता है।
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भारत के शीर्ष शहरों से अहमदाबाद की दूरी (किमी में)
शहर | दूरी (किमी में) |
दिल्ली | 891 |
मुंबई | 656 |
कोलकाता | 1769 |
चेन्नई | 1509 |
बैंगलोर | 1441 |
हैदराबाद | 715 |
इंदौर | 505 |
आगरा | 704 |
कोयंबटूर | 1600 |
Ahmedabad City Map
अहमदाबाद में घूमने के साधन और खर्च
अहमदाबाद घूमने का सबसे अच्छा जरिया ऑटो रिक्शा, मेट्रो, ट्रेन, एएमटीएस बस और टैक्सी/कैब हैं। अहमदाबाद घूमने का प्रति व्यक्ति औसत खर्चा 4000 से 5500 रूपये के बीच आता है।
अहमदबाद घूमने के लिए कैसे पहुंचे?
अहमदाबाद भारत के अन्य हिस्सों से हवाई, रेल और सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप इनमे से किसी भी एक साधन के द्वारा देश के मुख्य शहरों से आसानी से अहमदाबाद पहुंच सकते हैं।
हवाई मार्ग से अहमदाबाद घूमने पहुंचे
अहमदाबाद हवाई अड्डा या सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (एएमडी) शहर के केंद्र से लगभग 11 किलोमीटर दूर स्थित है। देश के मुख्य शहरों और महानगरों से हवाई जहाज द्वारा अहमदाबाद आसानी से पंहुचा जा सकता हैं।
ट्रेन से अहमदाबाद घूमने पहुंचे
अहमदाबाद जंक्शन या अहमदाबाद रेलवे स्टेशन (एडीआई) शहर का मुख्य रेलवे स्टेशन है। यह भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। अहमदाबाद के देश के अलग अलग शहरों से अहमदाबाद के लिए कई ट्रेनें संचालित होती हैं, जिनमें अहमदाबाद राजधानी एक्सप्रेस, अहमदाबाद शताब्दी एक्सप्रेस और अहमदाबाद एक्सप्रेस शामिल हैं।
सड़क मार्ग से अहमदाबाद घूमने पहुंचे
अहमदाबाद शहर, सड़क मार्ग द्वारा भी भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। कई राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग हैं जो अहमदाबाद से होकर गुजरते हैं। जो देश के अलग-अलग शहरों से अहमदाबाद को जोड़ते हैं।
अहमदाबाद में रुकने की जगह
अहमदाबाद में ठहरने के सबसे अच्छे इलाके हैं। एलिसब्रिज, ओधव, थलतेज, खड़िया और कालूपुर।
अहमदाबाद के प्रसिद्ध स्थानीय पकवान
अहमदाबाद में खाने के लिए बहुत सारे पकवान हैं। फाफड़ा, खांडवी, ढोकला, गुजराती सेव खमणी और खाकरा जैसे व्यंजन को एक बार जरूर आज़माएं।
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निष्कर्ष
तो दोस्तों, इस अहमदाबाद में घूमने की जगह (Ahmedabad Me Ghumne Ki Jagah) के आर्टिकल में हमने आपको सभी Ahmedabad Tourist Places के बारे में विस्तृत जानकारी दी हैं, और साथ ही अहमदाबाद जानें का सही समय से लेकर कैसे जाए? कहाँ रुके? वहां के प्रसिद्ध पकवान, प्रमुख मार्केट, बोली जाने वाली स्थानीय भाषाएं, लोक नृत्य, मुख्य पर्व और स्थानीय पहनावा से जुडी सभी जरूरी डिटेल्स भी दी हैं।
ताकि आप यदि अहमदाबाद घूमने जानें की योजना बना रहे हो, तो आपको कही भी किसी भी तरह की दिक्कत का सामना ना करना पड़े। उम्मीद करते है कि आपको हमारा ये आर्टिकल जरूर पसंद आया होगा। यदि आपकी कोई राय या सवाल हैं तो कमेंट बॉक्स में या ई-मेल करके हमसे पूछ सकते है।
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