हेल्लो दोस्तों, आइए चलते है कर्नाटक की सैर पर। Karnataka Me Ghumne Ki Jagah के इस खास आर्टिकल में हम आपको कर्नाटक में घूमने की जगह के बारें में डिटेल में जानकारी देंगे और साथ ही बताएंगे कि इसे क्यों एक अद्भुत राज्य कहा जाता हैं? कर्नाटक को संदल की भूमि, मैसूर प्रदेश और संतरों का राज्य बोला जाता है।
यदि आप कर्नाटक घूमने जाने का प्लान बनाने का सोच रहे हैं तो इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक पूरा पढ़े ताकि जब आप वह घूमने के लिए पहुंचे तो आपको किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े। साथ ही आपको इस लेख में इस राज्य के बारें में कई रोचक जानकारी भी देंगे जो आपने शायद ही कही पढ़ी हो। तो आइये चलते है कर्नाटक के टूर पर।
कर्नाटक के बारें में कुछ दिलचस्प तथ्य
- कर्नाटक में बोली जाने वाली मुख्य भाषाएं हैं। कन्नड़, उर्दू, तेलगू और तमिल।
- कर्नाटक राज्य आशियाना है करीब 7,30,00,000 लोगों का।
- कर्नाटक में प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 973 है।
- कर्नाटक के प्रति वर्ग किलोमीटर में रहते हैं। 380 लोग।
- कर्नाटक के सबसे लोकप्रिय परिधान है। मैसूर साड़ी, इलकल साड़ी, कोदाकू साड़ी, धोती-कुर्ता और मैसूर पेटा।
Karnataka Me Ghumne Ki Jagah | कर्नाटक में घूमने की जगह
मैसूर में घूमने की जगह
मैसूर, जिसका नाम महिषासुर नाम के दानव पर आधारित है, महिषासुर, जिसका चामुंडेश्वरी देवी ने वध किया था। मैसूर को मैसूरु, कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी, महलों का शहर, गार्डन सिटी और अष्टंगा शहर कहा जाता है। मैसूर की खासियत है यहाँ के महल, सांस्कृतिक विरासत, हैंडीक्राफ्ट के समान, बगीचे और धार्मिक स्थान, मैसूर पैलेस, चामुंडी हिल्स, वृंदावन गार्डन, सेंट फिलोमेना चर्च और मैसूर चिड़ियाघर, मैसूर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। मैसूर का मुख्य रेलवे स्टेशन मैसूर जंक्शन है और यहाँ का मुख्य एयरपोर्ट मैसूर एयरपोर्ट है।
कुर्ग में घूमने की जगह
कुर्ग का नाम मदिकेरी, मुददु राजा केरीके नाम के ऊपर पड़ा है। मदिकेरी के अलावा कुर्ग को कोडगु, कोडवा नाडु, मर्करा, भारत का स्कॉटलैंड और मिस्टी सिटी ऑफ कर्नाटक का भी बोला जाता है। कुर्ग को खासम-खास बनाते हैं यहाँ के कॉफी के बगान, शहद, मसाले, लुभावने नजारे, ऐडवेंचर ऐक्टिविटीज़ और प्राणी उद्यान। एब्बे फॉल्स, तलकावेरी, दुबारे एलिफेंट कैंप, नागरहोल नेशनल पार्क और राजा सीट ऐसे स्थान हैं जिनका रुख किए बगैर आप की कुर्ग की यात्रा अधूरी मानी जाएगी। मैसूर जंक्शन से सबसे पास का रेलवे स्टेशन है और कन्नूर और मैसूर एयरपोर्ट सबसे पास के एयरपोर्ट है।
बादामी में घूमने की जगह
बादामी, जिसका नाम यहाँ की भूरे रंग की बलुआ पत्थरों की पहाड़ियों के ऊपर पड़ा है। बदामी को स्थानीय बोलचाल में वतापी भी पुकारा जाता है। बदामी को जाना जाता है यहाँ के पुरातत्व स्थानों, गुफा मंदिर, पत्थरों की नक्काशी और प्राकृतिक खूबसूरती के लिए. बदामी के जो स्थान पर्यटकों को सबसे ज्यादा पसंद आते हैं उनमें प्रमुख है बादामी गुफा मंदिर, अगस्त झील, भूतनाथ मंदिर, बदामी किला और बनाशंकारी मंदिर। बादामी रेलवे स्टेशन इस शहर का मुख्य रेलवे स्टेशन है और सबसे करीबी एयरपोर्ट हुबली और बेलगांव के हवाई अड्डे हैं।
बांदीपुर नेशनल पार्क में घूमने की जगह
कर्नाटक का बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान जो अपनी वाइल्ड लाइफ सैंचुरी जीव जंतुओं की फलती फूलती विभिन्न प्रजातियो, प्राकृतिक सौंदर्य और पक्षी दर्शन के लिए जाना जाता है। बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान में आप बाघ, तेंदुए, हाथी के साथ अनेक अन्य जंगली जानवरों को भी देख पाएंगे। साथ ही यह स्थान कई आदिवासी बस्तियों का भी घर है।
बांदीपुर नेशनल पार्क में गोपालास्वामी बेट्टा, हिमवद गोपाल स्वामी मंदिर, मोयर नदी और बांदीपुर नेशनल पार्क इंटरप्रेटेशन सेंटर कुछ खास पर्यटन स्थल है। अगर बात करें इस राष्ट्रीय उद्यान के घूमने की टिकट की तो यहाँ बस की सफारी का शुल्क ₹650 है और जिप्सी में घूमने का शुल्क प्रति पांच लोगों के लिए ₹5500 है।
इस राष्ट्रीय उद्यान में घूमने के लिए सुबह 6 से 9 और शाम को 3 से 6 के बीच स्लॉट बुक किया जा सकता है। बिचौलियों से बचने के लिए आप गवर्नमेंट की ऑफिसियल वेबसाइट के द्वारा यहाँ की टिकट बुक करा सकते है। बांदीपुर नेशनल पार्क से सबसे करीबी रेलवे स्टेशन नंजनगुड रेलवे स्टेशन है और सबसे निकटतम एयरपोर्ट केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
हम्पी में घूमने की जगह
हम्पी, जिसके नाम का मतलब है जीत का शहर। पम्पा क्षेत्र, भास्करा क्षेत्र, किष्किंधा क्षेत्र, विजयनगर, पत्थरों से उकेरा गया शहर और खंडरों का शहर। इस स्थान के कुछ अन्य नाम हैं। हम्पी एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है और इसको अपनी पौराणिक मंदिरों, विशाल पत्थरों, हसीन नजारों और हम्पी पर्व के लिए जाना जाता है। जो स्थान हम्पी की शान हैं उनमें कुछ उल्लेखनीय नाम है। हम्पी रूइन्स, वीरुपाक्ष मंदिर, विट्टल मंदिर, एलिफेंट स्टेबल्स और लोटस महल। होस्पेट जंक्शन, हम्पी के सबसे पास का रेलवे स्टेशन है। और सबसे पास का एअरपोर्ट है हुबली एयरपोर्ट एवं केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट।
बैंगलोर में घूमने की जगह
कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर है, जिसके नाम का अर्थ है उबली हुई फलियों का नगर। इसके नाम के पीछे एक किंवदंती है जिसमें कहा गया है की एक बार एक बूढ़ी महिला ने एक भूखे राजा को उबली फलियाँ खिलाई थी जिसकी वजह से इस शहर का ये नाम पड़ा। बैंगलोर के अनेकों और नाम है जैसे कि बेंगलुरु, बगीचों का शहर, सिलिकॉन वैली ऑफ इंडिया,पेंशनरों का स्वर्ग, भारत की आईटी राजधानी आदि। बैंगलोर को सबसे ज्यादा जाना जाता है। यहाँ के मौसम, पार्क, खान-पान सांस्कृतिक विरासत और शॉपिंग के लिए। जो जगह बैंगलोर में एक्स्प्लोर करने लायक है वह है बैंगलोर पैलेस, लालबाग, बॉटैनिकल गार्डन, कब्बन पार्क बन्नेरघट्टा नेशनल पार्क और वंडरला एम्यूसमेंट पार्क। बैंगलोर सिटी रेलवे स्टेशन यहाँ का मुख्य रेलवे स्टेशन है और यहाँ का एयरपोर्ट केम्पेगोडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट है।
मुरुदेश्वर में घूमने की जगह
मुरुदेश्वर जिसका नाम भगवान शिव के नाम के ऊपर पड़ा है, मुरुदेश्वर को मृदेश्वरा और मुरुदेश्वरा भी कहा जाता है और ये जगह अपने धार्मिक महत्त्व, मनमोहक नजारों, मनोरंजक क्रीड़ाओं, बीचेस और अपनी सांस्कृतिक विरासत के लिए जानी जाती है। मुरुदेश्वर में घूमने के जो सबसे अच्छे स्थान है, वे हैं मुरुदेश्वर मंदिर, मुरुदेश्वर बीच, नेत्रानी आइलैंड, कंदुका गिरी हिल्स, और राजा गोपुरा। इस शहर के सबसे पास का रेलवे स्टेशन मुरुदेश्वर रेलवे स्टेशन है और सबसे करीबी एयरपोर्ट मंगलौर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है।
गोकर्णा में घूमने की जगह
गोकर्णा जिसके नाम का अर्थ है गाय का कान, जो कि इस क्षेत्र में दो नदियों के मिलान के कारण पड़ा है। जो गाय के कान जैसी दिखती है। गोकर्णा को दक्षिण काशी, पाम ट्री, नीले समुद्र और सुनहरी रेत की भूमि भी कहा जाता है। गोकर्णा की स्पेशिलिटी है। यहाँ के बीच, धार्मिक स्थान ट्रैकिंग ट्रेल्स, वॉटर स्पोर्ट्स और दिल को लुभाने वाली प्राकृतिक खूबसूरती, महाबलेश्वर मंदिर, ओम बीच, कूदले बीच, हाफ मून बीच और पैराडाइस बीच गोकर्णा को एक विशेष पहचान दिलाते हैं। गोकर्णा रोड रेलवे स्टेशन, गोकर्णा का मुख्य रेलवे स्टेशन है और यहाँ के सबसे करीबी एयरपोर्ट है। गोवा और हुबली एयरपोर्ट।
चिकमंगलूर में घूमने की जगह
चिकमंगलूर, जिसके नाम का मतलब है छोटी बेटी का नगर क्योंकि एक दंत कथा के अनुसार रुकमंगड़ा ने इस नगर को अपनी बेटी के लिए दहेज में दिया था। चिकमंगलूर को कॉफी कंट्री, कर्नाटक की कॉफी भूमि, पहाड़ियों की भूमि और चिकमंगलुरु के नाम से जाना जाता है। चिकमंगलूर की खासियत है यहाँ की खूबसूरती, कॉफी के बगान, वॉटरफॉल, ट्रैकिंग के ट्रेल्स और ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक स्थान. चिकमंगलूर के कुछ देखने योग्य स्थान है। मुलायनगरी चोटी, बाबा बुदनगिरी केमन गुंडी हिल स्टेशन, हेब्बे फॉल्स और बदरा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी। कदूर जंक्शन, चिकमंगलूर से सबसे पास का रेलवे स्टेशन है और मंगलौर और केम्पेगौडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट सबसे करीबी हवाई अड्डे हैं।
उडुपी में घूमने की जगह
उडुपी, जिसके नाम का मतलब सितारों के देवता यानी चन्द्रमा है। उडुपी के कुछ अन्य नाम है उडीपू,मंदिरों का शहर रजतपीठ, शिवल्ली और दक्षिण का मथुरा। उडुपी को खास बनाते हैं यहाँ स्थित धार्मिक स्थान, बीज, पकवान, वास्तुकला और शैक्षिक संस्थान अगर आप उडुपी आये तो श्रीकृष्ण मंदिर सेंट मैरी आइलैंड, मल्पे बीच और अनंतेश्वर मंदिर जरूर देखें। उडुपी शहर को, उडुपी रेलवे स्टेशन देश के बाकी हिस्सों से रेल मार्ग द्वारा जोड़ता है और फ्लाइट के द्वारा पहुँचने के लिए मैंगलोर का एयरपोर्ट सबसे करीब पड़ेगा।
कर्नाटक के मुख्य पर्व
कर्नाटक में सबसे धूमधाम से मनाए जाने वाले पर्व है मैसूरु दशहरा, उगाडी, हम्पी पर्व, करागा मेला, कंबला पर्व और तुला संक्रमण।
कर्नाटक के लोकप्रिय पारंपरिक नृत्य
कर्नाटक के सबसे लोकप्रिय पारंपरिक नृत्य हैं यक्षगान, डोलू कुनिथा, नागमण्डला, जूडू हैली, कृष्ण पारिजात, भूता आराधना, वीरगासे और बैलाटा नृत्य।
कर्नाटक घूमने का सबसे अच्छा समय
कर्नाटक पहुंचने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक होता है, इस समय यात्रा के लिए मौसम शानदार और सुखद होता है। अक्टूबर से मार्च तक का समय कर्नाटक में घूमने की जगह (Karnataka Me Ghumne Ki Jagah) को एक्स्प्लोर करने और बाहरी गतिविधियों का आनंद लेने के लिए सबसे अच्छा होता है।
कर्नाटक घूमने के लिए कैसे पहुंचे?
अगर आप (Karnataka Me Ghumne Ki Jagah) कर्नाटक में घूमने की जगह को एक्स्प्लोर करने जा हैं, तो देश के मुख्य शहरों से बस, ट्रैन या हवाई जहाज के माध्यम से आसानी से कर्नाटक पहुंच सकते हैं।
हवाई जहाज से कर्नाटक घूमने पहुंचे
कर्नाटक पहुंचने के लिए सबसे सामान्य तरीका हवाई जहाज है, क्योंकि कर्नाटक में कुल 9 हवाई अड्डे हैं। जिसमे 2 हवाई अड्डों से अंतरराष्ट्रीय उड़ाने भरी जाती हैं। यहां 3 प्रमुख हवाई अड्डों के बारें में जानकारी प्रदान की गई हैं।
- बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (Kempegowda International Airport, Bangalore): बेंगलुरु एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जिससे कर्नाटक के अन्य शहरों का सीधा संचालन होता है।
- मंगलौर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (Mangalore International Airport): मंगलौर भी एक महत्वपूर्ण हवाई अड्डा है, जो समुद्र तट के निकट स्थित हैं।
- हुबली एयरपोर्ट (Hubli Airport): अगर आप उत्तर कर्नाटक की सैर करना चाहते हैं, तो हुबली हवाई अड्डा आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है।
रेल से कर्नाटक घूमने पहुंचे
रेल से भी कर्नाटक पहुंचा जा सकता है, क्योंकि यह भारतीय रेलवे के विभिन्न ट्रेन सेवाओं से जुड़ा हुआ है। लगभग देश के सभी स्थानों से कर्नाटक की मुख्य शहरों के लिए ट्रेनें चलती हैं।
सड़क मार्ग से कर्नाटक घूमने पहुंचे
सड़क मार्ग से कर्नाटक पहुंचना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। खासकर, यदि आप आपकी खुद की गाड़ी या किराए की गाड़ी का उपयोग करना पसंद करते हैं। राष्ट्रीय और राज्य सड़कों की सुगमता के कारण, कर्नाटक के किसी भी हिस्से में आसानी से पहुंचा जा सकता हैं।
कर्नाटक में रुकने की जगह
कर्नाटक में रुकने के लिए कई तरह के विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें होटल, रिज़ॉर्ट, और गेस्टहाउस शामिल हैं।
होटल
कर्नाटक में सभी बजट के लिए होटल उपलब्ध हैं। कुछ लोकप्रिय होटल श्रृंखलाओं में ताज, आईटीसी, और हयात शामिल हैं।
रिज़ॉर्ट
कर्नाटक में कई खूबसूरत रिज़ॉर्ट हैं, जो प्राकृतिक सुंदरता से घिरे हुए हैं। कुछ लोकप्रिय रिज़ॉर्ट क्षेत्रों में कुर्ग, गोकर्ण, और हम्पी शामिल हैं।
गेस्टहाउस
कर्नाटक में कई बजट-अनुकूल गेस्टहाउस भी हैं, जो स्थानीय लोगों के साथ रहने का एक शानदार तरीका प्रदान करते हैं.
कर्नाटक के प्रसिद्ध स्थानीय पकवान
कर्नाटक के पकवान जो सबका दिल जीत लेते हैं बीसी बेले बाथ, मसाला डोसा, वड़ा, मैसूर पाक, रवा केसरी, मद्दूर वड़ा और होलिगे, कर्नाटक के प्रसिद्ध स्थानीय पकवान है।
निष्कर्ष
तो, दोस्तों इस कर्नाटक में घूमने की जगह (Karnataka Me Ghumne Ki Jagah) के आर्टिकल में हमने आपको सभी वहां घूमने वाली सभी खास जगहों, पकवान, पर्व और वहां के लोक नृत्य के बारें में विस्तार से जानकारी दी हैं। और साथ ही वहां कब और कैसे जाना चाहिए? इसके बारे में भी जानकारी दी हैं। हम आशा करते ही कि यदि आप कर्नाटक का टूर बनाने के बारें में सोच रहे हैं तो आपको इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद किसी भी तरह की दिक्क्त का सामना नहीं करना पड़ेगा। यदि आपके कोई सवाल या सुझाव हैं तो कमेंट बॉक्स में या ई-मेल के माध्यम से हमसे सम्पर्क कर सकते हैं।